सफर के दौरान हार्ट अटैक के संकेतों को न करें नज़रअंदाज.
(Do not Do Signs of Heart Attack Signs During Travel) हार्ट अटैक के लक्षणेां को कभी भी नज़रअंदाज नही करना चाहिए. लेकिन सफर करते समय तो खासतौर पर इन्हें लेकर जागरुक रहना चाहिए। शोधकर्ताओं का कहना है कि सफर के दौरान होने वाली मौतों के लिए हार्ट अटैक सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। अगर आप सफर कर रहे हैं और आपको हार्ट अटैक के लक्षण अनुभव होते हैं, जैसे छाती, गले, गर्दन, कमर, पेट या कंधों में दर्द महसूस हो जो 15 मिनट से ज्यादा समय बना रहे तो फौरन ऐम्बुलेंस को बुलाना चाहिए।
हार्ट अटैक के 1 महीने पहले ये संकेत:-
- आज कल हमारा लाइफस्टाइल और खान-पान ऐसा हो गया है कि हार्ट अटैक किसी को भी और किसी भी उम्र में हो सकता है। कई बार तो ऐसा होता है कि हेल्दी खान-पान वाला शख्स भी इसकी चपेट में आ जाता है।
- जब हार्ट में कोई परेशानी होती है और सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलती तो यह दर्द संबंधी सिग्नल हमारे दिमाग और शरीर के अन्य हिस्सों को भेजने लगता है। यह दर्द जबड़ों और बाजुओं में महसूस होता है। दर्द के साथ सुन्न या फिर अकड़न भी हो सकती है।
- क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि बिना काम किए ही आपको थकान होने लगे और शरीर जवाब देने लगे? अगर ऐसा है तो नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- अगर छाती में दर्द हो और सांस लेने में परेशानी हो तो फिर इसे यूंही न समझें। यह भी हार्ट अटैक से पहले का सिग्नल है, जो हमारी बॉडी भेजती है।
- जब हार्ट कमज़ोर होता है और वह किसी भी तरह का प्रैशर बर्दाश्त करने योग्य नहीं होता तो चक्कर आने लग जाते हैं। कई बार हम इसे कमज़ोरी से ही जोड़कर देख लेते हैं|
- स्डटी में यह भी पता चला कि जिन लोगों को सफर में दिल का दौरा पड़ा और उन्हें समय पर इलाज मिल गया उनमें घर पर हुए हार्ट अटैक के मरीजों की तुलना में दिल के दौरे से मृत्यु होने की आशंका करीब 42 प्रतिशत कम हो गई।
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